👉विनोबा जयंती पर शहर में जुटे शिक्षाविद्
👉 धर्म और साम्प्रदायिकता सहित अन्य विषयों पर हुई चर्चा
उन्नाव। शहर के डॉ. मनोहर लाल लोहिया पब्लिक स्कूल परिसर विनोबा नगर में आचार्य विनोबा भावे जी का जयंती समारोह विगत वर्षों की भांति जिला सर्वोदय मण्डल के सौजन्य से मनाया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आर के डी इंटर कालेज भुंभुवार के पूर्व प्रधानाचार्य रामावतार कुशवाहा, जिला अध्यक्ष राम शंकर भाई की अध्यक्षता और संयोजक रघुराज सिंह “मगन” के संचालन में सम्पन्न हुआ।
जिसमें विनोबा जी के स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान तथा आजादी के बाद उनके द्वारा चलाये गये भूदान आन्दोलन पर विस्तृत चर्चा की गयी। इस मौके पर विद्यालय के बच्चों के बीच विनोबा व्याख्यान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें मधु यादव ने प्रथम ,अक्षित यादव ने द्वतीय तथा अंशिका पाण्डेय ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। विजयी छात्र -छात्राओं को विनोबा जी के सहयोगी रहे, लोक गीतकार मोहन लाल शास्त्री स्म्रति सम्मान द्वारा सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम के दूसरे चरण में धर्म और साम्प्रदायिकता विषय पर संगोष्ठी भी आयोजित की गयी। गोष्ठी को सम्बोधित करती हुई उप्र सर्वोदय मंडल की उपाध्यक्ष पुतुल जी ने कहा कि विनोबा जी का व्यक्तित्व बहुत महान था। उन्होंने कहा कि हमारा दर्शन व धर्म विश्व बन्धुत्व का है न कि वैश्वीकरण का।
इस मौके पर प्रख्यात शिक्षाविद डा. राम नरेश ने कहा कि धर्म हमें प्रेम सद्भाव के मार्ग पर ले जाता है बल्कि धार्मिक उन्माद हमें विनाश व विघटन की ओर ले जाता है। जन एकता मुहिम के संयोजक दिनेश प्रियमन ने कहा कि विनोबा जी सच्चे धार्मिक थे लेकिन साम्प्रदायिकता व धार्मिक उन्माद के विरोधी थे। सुरेश कुमार एडवोकेट ने कहा कि अपने कर्तव्यों का सही तरीके से इस्तेमाल करना ही धर्म है ।अखिलेश तिवारी ने कहा कि आज धर्म का मौजूदा स्वरूप बाजारवाद की देन है। मंत्री आलोक ने कहा कि मौजूदा समय में धर्म की मार्केटिंग के कारण धर्म का स्वरूप विकृत हो गया है। सर्वोदय मंडल के लखनऊ मंडल प्रभारी संजीव श्रीवास्तव ने कहा कि आज दुनिया का हर धर्म हमें प्रेम, शांति व सद्भाव की शिक्षा देता है। इसके अतिरिक्त हेमंत पन्त, गिरजेश, राम सजीवन ने भी चर्चा में भाग लिया। इस अवसर पर अनुपम ,नरेश पाल, इन्द्रजीत , अनुपमा, सोनाली, गीता वर्मा, सुशीला, कोमल साहू, अनुज गुप्ता, शिवेंद्र साहू, समीक्षा रावत आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट: डॉ. मान सिंह