बीघापुर, उन्नाव।
देश भर में सरकारी मुनादी के अनुसार लौह पुरुष सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती 31 अक्टूबर राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में बनाई जाती है। सरदार साहब के नाम से जुड़े प्रतिष्ठानों, संस्थानों, पार्कों आदि में विशेष साफ सफाई व रंगरोगन, साज सज्जा कर सरदार पटेल की जयंती धूमधाम से मनाई जाती है।
किंतु विकास खण्ड बीघापुर मुख्यालय स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल पार्क की उपेक्षा विकास खण्ड अधिकारी द्वारा जिस प्रकार से की गई है वह बेहद निंदनीय व चिंतनीय है। पूर्व आईएएस मुख्य विकास अधिकारी रहे दिव्यांशु पटेल ने शासन की मंशा के अनुरूप जिले के 16 ब्लॉक मुख्यालयों में अलग-अलग महापुरुषों की प्रतिमाएं स्थापित करा कर पार्कों का सुंदरीकरण करवाया था। उसी क्रम में बीघापुर ब्लॉक मुख्यालय में बसपा शासन काल में बने सरदार वल्लभभाई पटेल पार्क में सरदार पटेल की प्रतिमा लगाई गई थी, साथ ही लोगों के व्यायाम के लिए तमाम मशीनें भी लगाई गईं थीं, उपेक्षा के चलते पार्क में लगी सरकारी धन से लाखों रुपये की मशीनें भी जंग खा कर बर्बाद हो रही हैं। सरदार पटेल की प्रतिमा के ऊपर लगी छतरी गिर गई है, प्रतिमा का रंग बदरंग हो चुका है, पूरा पार्क गंदगी व घास फूस से पटा पड़ा है, पार्क में लगे बेतरतीब पेंड़ पौधों की कटाई छंटाई न होने से जंगल में तब्दील हो गए हैं। यह उपेक्षा उस महापुरुष की है जिसने इस देश की अखंडता के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी। जिसने अंग्रेजों की चूलें हिला दी थी। यह उस महापुरुष का घोर अपमान है। सरदार पटेल सेवा आश्रम ट्रस्ट की अध्यक्षा प्रेम लता पटेल व सामाजिक व सांस्कृतिक संस्था अभिनव क्रांति समिति आई आर सी के अध्यक्ष विजय बहादुर पटेल ने संयुक्त रूप से जिमेदारों से मांग की है कि सरदार पटेल पार्क व प्रतिमा को पुनः सुसज्जित किया जाए, प्रतिमा पर लगी छतरी भी विधिवत लगवाई जाए। जिससे कि जयंती धूमधाम से मनाई जा सके। साथ ही लोगों के नियमित व्यायाम के लिए सुविधा हो सके!
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